खुफिया रिपोर्ट से हुआ खुलासा
वैसे तो दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में 14 और 15 को एक सम्मेलन हुआ था, जिसमें 25 हजार से अधिक जमातियों ने हिस्सा लिए थे, वैसे तो बिहार के कई हिस्से से मरकज से ताल्लुक रखने वाले लोग वहा गए थे, और नालंदा का एक मस्जिद दिल्ली के मरकज से कम नही है, और वहा से 70 फिसद से अधिक लोग दिल्ली के मरकज में आयोजित कार्यक्रम में गए थे, नालंदा में में दो कोरोना पाॅजेटिव जो पाए गए है, दोनो मरकज से ताल्लुक रखते है, खुफिया तंत्र के अधिकारियों ने इसे लेकर केंद्र सरकार को अलर्ट भी किया था, केंद्र ने सभी राज्यों को अलर्ट मूड में रहने का आदेश तो दी, लेकिन राज्य सरकार के अधिकारियों ने इसे हल्के में ले लिया। रिपोर्ट के अनुसार तब्लीगी जमात के लोग शेखाना मस्जिद में रुके हुए थे, और लाॅक नियमो की धज्जिया उड़ाते हुए मस्जिद में रोज नवाज अदा करने जुटते थे, लेकिन पुलिस कार्रवाई के बाद वहा लोगो का जुटना बंद हो गए है। मुजपफरपुर से भी सैकड़ो जमीती दिल्ली के मरकज गए थे, लेकिन वहा से लौटने के बाद सभी अंडर ग्राउंड हो गए है, यहा के डीएम ने मरकजियों को सामने आने की चेतावनी तो दी, लेकिन सामने अब तक कोई नही आए।
तो नालंदा निकला जमातियों का अड्डा
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