बिहार में भी चल रहा उठा पटक
पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव तो रांची के रिम्स में इलाजरत है, लेकिन टिकटो का रिमोट उनके हाथो में है, टिकट बंटवारे के सवाल पर उनसे नाराज झारखंड के दो राजद के कदावर नेता राजद के पूर्व अध्यक्ष गिरीनाथ सिंह और पूर्व मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कमल का हाथ थाम लिए है, दोनो के कमल में जाने के बाद झारखंड में लालटेन जलना मुश्किल हो जाएगा। कमोवेश बिहार का हाल भी यही है, वामपंथ तो पहले ही महागठबंधन से किनारा कर लिया है, लेकिन इंका और राजद में अभी भी कई सीटो पे पेंच फंसा हुआ है, और तो और लालू के कुनबे में भी सब कुछ ठीक-ठाक नही है, उनके बड़े लाल तेजप्रताप ने भी टिकटो के सवाल पर वगावत कर दिया है, तेजप्रताप ने तो राजद के संरक्षक पद को भी ठूकरा दिया है, उन्होंने इस्तीफा देने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें कोई बच्चा नही समझे, दल में कौन कितने पानी में है, वे सब जानते है, दरअसल तेज प्रताप बहन मीसा को पाटलिपुत्र सीट से और मामा जहानावाद टिकटो के सवाल पर आपस में भिड़े है, उनके बड़े लाल तेजप्रताप बहन मीसा को और मामा साधु यादव को बाल्मीकिनगर से चुनाव लड़ाना चाह रहे है, लेकिन छोटे भाई पिता से बात करने के बाद दोनो सीटो के लिए उम्मीदवार तय कर दिया है, फिलहाल मां राबड़ी के कहने पर लालू के बड़े लाल तो शांत हो गए है, लेकिन अभी कुछ नही कहा जा सकता है।
झारखंड में लालू के दो खास गए कमल में
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