बिहार सरकार ने जाति आधारित गणना के आंकड़े जारी किए, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने इसे “ऐतिहासिक क्षण” बताया
बिहार में जाति आधारित सर्वे रिपोर्ट
जाति | जनसंख्या प्रतिशत |
---|---|
ब्राह्मण | 3.65% |
राजपूत | 3.45% |
कायस्थ | 0.60% |
कुर्मी | 2.87% |
कुशवाहा | 4.27% |
तेली | 2.8131% |
भूमिहार | 2.89% |
धानुक | 2.13% |
सुनार | 0.68% |
कुम्हार | 1.04% |
बढ़ई | 1.45% |
यादव | 14.26% |
नाई | 1.59% |
मुसहर | 3.08% |
धर्म आधारित आबादी सर्वे रिपोर्ट
धर्म | आबादी | प्रतिशत |
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हिन्दू | 107,192,958 | 81.99% |
इस्लाम | 23,149,925 | 17.70% |
ईसाई | 75,238 | 0.05% |
सिख | 14,753 | 0.011% |
बौद्ध | 111,201 | 0.0851% |
जैन | 12,523 | 0.0096% |
अन्य धर्म | 166,566 | 0.1274% |
कोई धर्म नहीं | 2,146 | 0.0016% |
लालू का रिएक्शन
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने इस सर्वे के आंकड़ों का स्वागत किया और इसे “ऐतिहासिक क्षण” बताया। उन्होंने कहा कि इस से वंचितों, उपेक्षितों, और गरीबों के समुचित विकास और तरक़्क़ी के लिए समग्र योजना बनाने एवं हाशिए के समूहों को आबादी के अनुपात में प्रतिनिधित्व देने में मदद मिलेगी।
अधिकारियों का बयान
बिहार सरकार के विकास आयुक्त विवेक सिंह ने इस सर्वे के आंकड़ों को रिलीज करते हुए कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जिसकी जितनी संख्या, उसकी उतनी हिस्सेदारी हो।
भविष्य की योजना
लालू प्रसाद यादव ने अपने पोस्ट में कहा कि वह जब भी केंद्र में 2024 में सरकार बनेंगे, तो पूरे देश में जातिगत जनगणना करवाने की योजना बना रहे हैं और दलित, मुस्लिम, पिछड़ा, और अति पिछड़ा वर्ग को सता से बेदखल करेंगे। इस जनगणना के परिणाम वंचित और असमानता के खिलाफ एक कदम हो सकते हैं, और सामाजिक और आर्थिक समानता की दिशा में मदद कर सकते हैं।