सिर्फ भागलपुर में गई 17 लोगो की जाने
बिहार में शराबबंदी कानून का ठेंगा दिखाते हुए शराब मफिया ने घरल्ले से बेची जहरीले शराब, कानून और व्यवस्था दुरूस्त होती तो बिहार में एक तरफ लोग होली के लोग रंग-अबीर खेल रहे थे। वहीं, दूसरी तरफ जहरीली शराब लोगों की जिंदगी छीन रही थी। होली के दौरान पिछले दो दिन में बिहार में 32 लोगों की जान गई है। मृतक के परिजनों के मुताबिक सभी की मौत जहरीली शराब की वजह से हुई है। जहरीली शराब के चलते सिर्फ भागलपुर में 17 लोगों ने जान गंवाई। बांका में 12 ने दम तोड़ा। वहीं, मधेपुरा में भी 3 की मौत हुई है। कई लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। भागलपुर के साहेबगंज मोहल्ले में 4, नारायणपुर में 4, गाोराडीह में 3, कजरैली में 3, मारूफचक, शाहकुंड और नवगछिया के साहू परबत्ता के बोड़वा गांव में 1-1 मौत हुई है। मृतक बिनोद राय के बेटे चंदन राय का कहना है कि शराब पीने से उसके पिता की मौत हुई है। वहीं, भागलपुर में अभिषेक का कहना है कि शराब पीने के बाद से उसे दिखाई नहीं दे रहा है। उसने गांव के ही मिथुन यादव के साथ बैठ कर विदेशी शराब पी थी। इसमें मिथुन की तबीयत बिगड़ने के कारण मौत हो गई, जबकि छोटू को अब कुछ दिखाई नहीं दे रहा है।
सांस लेने में परेशानी भी हुई
राजमिस्त्री विनोद राय के बेटे चंदन ने बताया कि उसके पिता ने घर में ही देसी शराब पी थी। वहीं, अभिषेक उर्फ छोटू ने बताया कि मिथुन के साथ विदेशी शराब पी थी। मिथुन की मौत हो गई। मुझे दिखाई नहीं दे रहा है। साहेबगंज के मृतक रिटायर आर्मी के जवान संदीप कुमार यादव के परिजनों ने कहा कि सांस लेने में परेशानी के कारण मौत हो गई। बांका के अमरपुर थाना क्षेत्र के 6 गांवों में 12 लोगों की मौत हो गई। साथ ही मधेपुरा में मुरलीगंज प्रखंड में 2 दिन में 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब एक दर्जन लोगों का इलाज चल रहा है। इनमें से 2 लोगों की आंख की रोशनी चली गई है। सभी को पेट दर्द, उल्टी, सांस लेने में परेशानी, सिर चकराने की शिकायत थी।