सरकार की सबसिडी भी हवा में
राज्य सरकार ने बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए पहले मुजफ्फरपुर में आपूर्ति की जिम्मेवारी ऐस्सल कंपनी को तो दी गयी, लेकिन परिणाम उलट गए, और नए मीटर सेट कर लाखो उपभोक्ताओ को चुना लगाना शुरु कर दिया, उपभोक्ताओ के हंगामेे के बाद राज्य सरकार फिर पुराने को हटाते हुए यह जिम्मेवाररी एनबीपीडीसीएल कंपनी को दे दी, लेकिन अभी तक ऐस्सल द्वारा लगाए फाल्ट मीटर नही बदले गए, और तो और आए कंपनी ऐस्सल से भी दो कदम आगे चल रही है, जबकि एनबीपीडीएल को आए दो साल से ज्यादा हो गए, राज्य सरकार ने बिजली उपभोक्ताओ को जो कोरोना काल राहत दिए है, उससे भी उपभोक्ताओ को दूर कर दिया गया है, राज्य सरकार बिजली विपत्रो पर जो उपभोक्तओ को सबसिडी दी गयी है, उसे भी कंपनी वाले हड़प किए जा रहे है, खादी भंडार और मस्जिद चैक के कई लोगो ने कहा, पहले उनका विपत्र 485 रुपए का आया, फिर 380 रुपए का। आए सभी विपत्रो का भुगतान कर दिया, लेकिन फिर सीधे 1400 से ज्यादा का विपत्र भेज दिया गया। यही शिकायत खदी भंडार के उपभोेक्ता रवि प्रकाश का भी है, रवि प्रकाश ने बताया कि पहले इसकी शिकायत कंपनी के एसडीओ को मोबाइल पर की गयी, उन्होंने कहा, सारे विपत्रो का डाटा उनके व्हाटस एप पर भेज दे, सारे विपत्रो का डाटा तो भेज दिया लेकिन कार्रवाई तो दूर सीधे फाईन जोड़कर ढ़ाई हजार का विपत्र भेज दिया गया। वही पर खड़े रामसेवक ने कहा जो मीटर लीडर ऐस्सल वाले ने दिए थे, एनबीडीसीएल कंपनी वाले भी उसी मीटर लीडर को काम पे लिया है। रामसेवक ने कहा, नए कंपनी वाले उपभोक्ताओ को लूटना बंद नही किया तो उसके खिलाफ यह के लोग जल्द सड़को पर उतरेंगे।