दशहरा और दीपावली में कर्मियो का क्या होगा हश्र
मुजफ्फरपुर का श्यामनंदन सहाय कॉलेज इन दिनो भ्रष्टाचार को लेकर सुर्खियो में है । वैसे सरकार उक्त कॉलेज के अनुदान वितरण में हुए भ्रष्टाचार की जांच का आदेश दिया है, लेकिन राज्य सरकार ने उक्त कॉलेज को जो तीन सत्रो के लिए साढे सात करोड दिए है, उसमें कर्मियो के बीच सिर्फ 3 करोड बांटे गए 1 लेकिन कॉलेज द्वारा पूर्व में जो वितरण किए गए है, उसमें भयानक फर्जीवाडे होने की सबूत विवि को मिला है । हालांकि फर्जीवाडा उजागर होने के बाद विवि ने आए साढे चार करोड अनुदान विमुक्ति पर ब्रेक लगा रखी है,अखिर यह खेल उक्त कॉलेज के साथ क्यो खेला जा रहा है, अन्य कॉलेजो में क्यो नही हो रहा यह खेल 1 अगले महीने कई महत्वपूर्ण यथा दशहरा,दीपावली और छठ त्योहार है, अगर कॉलेज के कर्मियो को आए पैसे समय पर नही मिला तो उनके बच्चे का त्योहार कैसा होगा, कॉलेज में कुछ ऐसे अधिकारी और कर्मी है, जिन्हें अनुदान नही मिला तो भी कोई फर्क नही है, क्योंकि रोजना की प्रैक्टिस अच्छी खासी है 1कॉलेज के प्रभारी प्रध्यापक को फंसे अनुदान को विमुक्त कराने की कोई चिंता नही है 1 चिंता है तो उन्हें सिर्फ कुर्सी की 1 अखिर वे पूर्व में आए 3 करोड वितरण के दौरान बडी चूक नही की होती तो कभी विवि में नही फंसता आए साढे चार करोड अनुदान । यह तो वही कहावत हो गई, करे कोई भरे कोई 1 यहा एक और सवाल उठता है कि विवि के और संबद्व डिग्री कॉलेजो में यह पेंच क्यो नही बार-बर फंसते है । कॉलेज प्रबंधन का कर्मियो पर खौफ है, कुछ बोलने पर उनके पैसे काट लिया जता है, कुछ कर्मियो ने बताया कि एक पूर्व तथाकथित लेखापाल के खेल के कारण कर्मियो को यह दशा भुगतनी पड रही है ।