बिहार के सीएम नीतीश कुमार के धोखे के बाद भाजपा सर्तक हो गई, भाजपा के केंद्रीय कमेटी ने बिहार में मोर्चा संभालने की जिम्मेवारी केंद्रीय मंत्री अमित शाह को सौंप दी है, नीतीश कुमार की ओर से दिए गए दूसरे झटके ने बिहार में बीजेपी की चुनौती बढ़ा दी है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह मंगलवार को बिहार पहुंच गए और वे एक महीने के अंदर दूसरी बार बिहार के दौरे पर आए है, अमित शाह के इस दौरे में कई खास बातें हैं, जो खासकर जदयू की चिंता बढ़ा रही हैं।
भाजपा का पहला निशाना नीतीश कुमार
दरअसल, बिहार की सरकार से अलग होने के बाद भाजपा के निशाने पर लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार से अधिक राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। नीतीश कुमार की पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका नाम लेकर तारीफ की थी। यह तब की बात है, जब नीतीश कुमार भाजपा के सहयोगी थे। अब नीतीश कुमार कांग्रेस और राजद के साथ जा चुके हैं।
नीतीश कुमार को घेरने को चला ये दांव
अमित शाह संपूर्ण क्रांति के नायक जय प्रकाश नारायण के गांव सिताब दियारा में आकर नीतीश कुमार को घेरना तेज करेंगे। भाजपा इस बात के लिए नीतीश कुमार की आलोचना कर रहे हैं, कि जिस कांग्रेस के खिलाफ जेपी ने लड़ाई छेड़ी, उनके चेले लालू और नीतीश कुमार उसी पार्टी के साथ हो गए।