डोनेट की सुविधा फिलहाल नही
एम्स और आईजीआईएमएस के बाद बिहार के पीएमसीएच में कोरोना संक्रमितो की इलाज प्लाज्मा थेरेपी से शुरु कर दी गयी है, फिलहाल कोरोना के दो मरीजो का प्लाज्मा थेरेपी हुई है, जो सफल रहा है, पटना मेडिकल काॅलेज अस्पताल के पास प्लाज्मा नही है, प्लाज्मा आईजीआईएमएस से लाया गया है, वहा के डाॅक्टरो ने प्लाज्मा डोनेट के सवाल पर कहा, अभी यह सुविधा यहा नही है, लेकिन कुछ दिनो में इस अस्पताल को डोनेट की सुविधा मिल जाएगी। ऐसे में पीएमसीएच में भर्ती कोविड के गंभीर मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी इलाज के लिए आईजीआईएमएस पर निर्भर रहना है। पीएमसीएच में भर्ती मरीजों के लिए जो प्लाज्मा डोनेट करने के लिए इच्छुक हैं, वो पीएमसीएच के हेल्प डेस्क से संपर्क कर डोनेट कर सकते हैं। पहले दिन अस्पताल में एक मरीज को ए-पॉजिटिव प्लाज्मा और बी-पॉजिटिव प्लाज्मा चढ़ाया गया। प्रचार्य डॉ.विद्यापति चैधरी ने बताया कि प्लाज्मा आईजीआईएमएस से लाया गया। इसके लिए करीब 10 हजार रुपये का चेक संस्थान में जमा किया गया। ब्लड बैंक के कर्मियों ने आईजीआईएमएस से प्लाज्मा लाया और मरीज को सफलता पूर्वक चढ़ाया गया।
किडनी विभाग में शुरु हुई डायलिसिस सिस्टम
पटना मेडिकल काॅलेज अस्पताल के किडनी विभाग ने गुरुववार को कोरोना के एक मरीज की डायलिसिस शुरू की, जो जो सफल रहा, विभाग की ओर से एक नई पहल की गई। कोविड वार्ड में पहले से किडनी की बीमारी से ग्रसित दो मरीज भर्ती हैं। दोनों मरीज को डायलिसिस की जरूरत थी। ऐसे में पटना एम्स के बाद पीएमसीएच में कोरोना से संक्रमित मरीज की डायलिसि शुरू कर दी गयी। नोडल पदाधिकारी एवं किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. गोपाल प्रसाद ने बताया कि पहली बार कोरोना से संक्रमित एक मरीज की डायलिसि की गई। संक्रमित मरीजों के लिए अगल से एक डेडिकेटेड हीमो डायलिसिस मशीन उपलब्ध है। इसी मशीन से संक्रमित मरीजों की डायलिसिस की जाएगी। उक्त मरीज जबतक कोरोना संक्रमण से निगेटिव नहीं हो जाते तकतब डेडिकेटेड मशीन से ही डायलिसिस की जाएगी।