टिकट के सवाल जहानवाद में संग्राम
बिहार में शरद यादव का झंडा ढो रहे पूर्व मंत्री महागठबंधन में टिकट लेने में तो कामयाब नही हुए, लेकिन उनके संरक्षक शरद यादव को राजद ने अपने कोटे से उम्मीदवार घोषित कर दिया है, शरद यादव पहले मधेपुरा से जेडीयू के टिकट पर लोकसभा का चुनाव जीते थे।
वही उनके बलबुते पूर्व मंत्री रमई राम हाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान किया था, लेकिन उन्हें टिकट नही मिला। महागठबंधन में सबकुछ ठीक-ठाक नही है, दो सीटे दरभंगा और जहानावाद में भी पेंच फंसे हुए, राजद ने जहानावाद में सुरेन्द्र यादव को चुनाव के मैदान उतारा है, जिसके खिलाफ वहा के लोगो में आक्रोश है, सुरेन्द्र यादव के उम्मीदवारी के खिलाफ आरजेडी के सैकड़ो कार्यकर्ताओ ने मंगलवार को पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास का धेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की, वही इंका भाजपा से आए सांसद र्किती आजाद को दरभंगा से चुनाव लड़ना तो चाह रही है, लेकिन आजाद के उम्मीदवारी पर महागठबंधन में पेंच फंस गए है, इस सवाल पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि चुनाव मैदान में वैसे उम्मीदवार दिए जा रहे है, जो चुनाव जीत सके,
वैसे जो भी चुनावी मैदान में उतरते है, वह जीतने के लिए ही उतरते है, शत्रुधन सिन्हा के इंका में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इंका भी तो महागठबंधन का घटक दल है, वे जहा से चुनाव लड़ेगे, महागठबंधन उनका समर्थन करेगा। दरभंगा और सुपौल सीट के सवाल पर उन्होंने कहा दोनो सीटो का मामला जल्द सुलझ जाएंगे। पूर्व मंत्री रमई राम के सवाल पर कुछ बोलने से इंकार कर गए।