डिप्टी सीएम सुमो उतरे नीतीश के पक्ष
बिहार विधान सभा का चुनाव अभी दिल्ली दूर है, लेकिन चुनाव में एनडीए का चेहरा कौन होगा के सवाल दो बड़े दलो के बीच संग्राम छिड़ गए है, हालांकि चेहरे के सवाल पर महागठबंधन में भी जंग चल रहे है, हालांकि बीजेपी के सिनियर लीडर सह बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी नीतीश कुमार के पक्ष में है, लोजपा के अध्यक्ष सह केंद्रीय मंत्री राम बिलास पासवान भी सीएम नीतीश के पक्ष में उतर गए है, बिहार में एनडीए सरकार है, दो बड़े पार्टिया भाजपा और जेडीयू मुख्य घटक है, उपर से तो सब ठीक है, लेकिन अंदर नेता के सवाल पर संग्राम चल रहे है, सीएम के सवाल पर दोनो दल एकमत नही है, भाजपा के दो बड़े नेता डा0 सी0पी ठाकुर और संजस पासवान ने तो बिहार के सीएम के खिलाफ एक बड़ा बयान देते हुए किसी अन्य के लिए उन्हें कुर्सी छोड़ने की नसीहत दे दी। दोनो नेताओ ने कहा, लोकसभा चुनाव नीतीश के चेहरे पर नही लड़ा गया, पुरे देश में नरेन्द्र मोदी की हवा थी, एनडीए को लोकसभा में जो भी सीटे मिली, वह देश के पीएम का देन है। इसलिए नीतीश कुमार को भाजपा के लिए कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। कुर्सी के सवाल पर एनडीए में तो संग्राम चल ही रहे है, लेकिन महागठबंधन नेता के सवाल पर आग लग चुकी है, आरजेडी ने अगले चुनाव के लिए तेजस्वी को नेता घोषित किया है, लेकिन महागठबंधन के कई घटक उन्हें नेता मानने से इंकार कर दिया है, बिहार के पूर्व सीएम मांझी तो पहले ही महागठबंधन से दूरिया बना ली है, और कांग्रेस ने तो आरजेडी के घोषणा के बाद तेजस्वी को महागठबंधन का नेता मानने से इंकार कर दिया है। बुधवार को महागठबंधन के एक और घटक दल आरएलएसपी ने तो नेता चुनने की जिम्मेवारी कांग्रेस नेता राहुल और सोनिया पर छोड़ सभी को चैका दिया है, आरएलएसपी नेता माधव आनंद ने तो यहा तक कह दिया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा एक सिनियर लीडर है, और उन्हें ही अगले साल होने वाले चुनाव में महागठबंधन का चेहरा होना चाहिए।
विस चुनाव से पहले बिहार एनडीए संग्राम
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