भारत में संपूर्ण लाॅक डाउन, हड़कंप

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पीएम ने जारी किए फरमान
वैसे तो कोराना से पुरे दुनिया में सत्रह हजार से अधिक लोग काल कलवित हो चुके, सर्वाधिक इस बीमारी से इटली और इरान में लोग मरे है, लेकिन भारत में भी कोरोना धीरे-धीरे कोरोना अपना पैर पसार रहा है, ताजा रिपोर्ट के अनुसार बुधवार तक 566 केस पाॅजिटिव पाए गए है, और 11 लोगो जाने गई है, कोरोना के फैलते प्रकोप को रोकने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार की रात 12 बजे संपूर्ण भारत को लाॅक डाउन कर दिया है, हालांकि पीएम ने जो घोषणाएं की है, उसमें लाॅक डाउन में सिर्फ जरुरी सेवाएं यथा बैंक, बीमाएं, एटीएम, राशन दुकानो, दूध, फल और सब्जियों को चालू रखने का भी आदेश दिए है, वही सभी सरकारी और निजी संस्थानो को बंद रखने का आदेश दिए है, एक तरफ पीएम मोदी यह एलान कर रहे थे तो दूसरी ओर घरों में बैठे लोगो का हुजूम राशन यानी किरानो दुकान पर उमड़ पड़ी। सब्जी के दुकानो पर भी कम भीड़़ नही थी, मुजपफरपुर, के खादी भंडार चैक और मस्जिद चैक के बीच तीनो किरानो पर जमकर ग्राहको को लूटा गया, एक लीटर करु तेल पर 75 रु0 ज्यादा लिए गए, पसेरी के हिसाब से आलू पर 100 तो प्याज पर 150रु0 की सीधे बृद्वि कर दी गयी। हालांकि यह शोर शहर के अधिकांश किरानो दुकानों में देखी गयी। यहियापुर में तो लो इसके खिलाफ सड़को पर उतर गए, राजद नेता रजनीकांत ने कहा, वैसे इस लाॅक डाउन से गरीबो पर बड़ी मार है, सरकार को जमाखोरो के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए, नही तो कितने गरीबो की जान भूखे चली जाएगी। कमोवेश यह हाल पटना, मोतिहारी, बेतिया, रक्सौल, शिवहर और सीतामढ़ी के किराना दुकानो पर भी आए ग्राहको को कोरोना के नाम पर जमकर लूटा गया, और ग्राहको से मनमानी पैसे वसूले।

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मुजपफरपुर के सभी सरकारी दप्तर बंद
राज्य के निर्देश पर पहले तो सूबे के सभी सरकार दप्तर 31 मार्च तक के लिए बंद किए गए थे, लेकिन केंद्र के ताजा निर्णय के बाद अब सभी सरकारी कार्यालय 14 तक बंद रहेंगे। मुजपफरपुर सिविल कोर्ट के वरीय अधिवक्ता अखौरी विवेक रंजन सहाय ने बताया कि पहले 31 मार्च तक के लिए कोर्ट बंद किए गए थे, लेकिन अब 14 अप्रैल के बाद कोर्ट खलेंगे। अधिवक्ता सह राजद के वरिष्ठ नेता रजनीकांत यादव कहते है कि सभी स्कूल, विश्वविधालय और निजी विधालय भी बंद है, एक सवाल पर श्री यादव ने कहा, काॅलेजो, स्कूल और कोर्ट में ज्यादातर लोग आते है, सरकार ने यह फैसला कुछ सोच समझकर ही किया है।

नवरात्र में शहर के अधिकांश मंदिरे हुई बंद
नवरात्र तो बुधवार से शुरु हो गई, लेकिन शहर के अधिकांश मंदिरों पट बंद है, बगलामुख, देी मंदिर, खादी भंडरा दूर्गा स्ािान और संतोष मां के मंदिरे तो बंद थी, लेकिन एक्के-दुक्के श्रद्वालु मंदिर के बाहर पूर्जा अर्जना कर चल दिए, गरीब नाथ मंदिर का हाल भी यही था, वहा के पंडित विनय पाठक ने बताया कि जिला प्रशासन के निदेश पर मंदिर के अंदर भीड़ नही होने देना है, इसलिए श्रद्वालु तो आते है, लेकिन बाहर से ही पूजा कर चल देते है।

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