अभी तक नही उठा एनएमसीएच से शव
दिल्ली, मुंबई, यूपी और राजस्थान के बाद बिहार का हालात सुधरने के बदले और बिगड़ता चला जा रहा है, एक तो बिहार में अकाश से आफत बरस रहा है, तो मौसम विभाग ने फिर मंगलवार को बिहार में भारी बारिश की चेतावनी दी है, बिहार की अधिकांश नदिया उफान पर है, और इधर बिहार में कोरोना ने भी कोहराम मचना शुरु कर दिया है, रोेज 1000 से ज्यादा नए मरीज सामने आ रहे है, फिर 24 घंटे में बिहार में कोरोना का 1109 नए केस सामने आए है, और मरीजो का आंकड़ा बढ़कर 28564 हो गए। अररिया में तीन कोरोना पीड़ितो की मौत हो गई, कटिहार में तो हद हो गया, वहा के एक अस्पताल में भोजन मांगने पर रसोईया ने एक कोरोना मरीज को पिट-पिटकर लहुलुहान कर दिया, स्वास्थ विभाग दावा तो बहुत करती है, लेकिन सरकार के दावे पटना के एनएमसीएच अस्पताल में लागू नही होता, वहा तीन दिनो से दो वेडो पर अलग-अलग कोरोना मरीज के शव पड़ा है, लेकिन उसे अभी तक उठाया नही गया। उस अस्पताल के अधिकांश मरीज परेशान है, कोरोना के मामले में शुरुआती दौर में मुजपफरपुर तो पहले शुन्य पर था, लेकिन प्रवासियों के आने के बाद कोरोना यहा पांव पसारना शुरु कर दिया, नतीजतन यहा के अधिकांश अस्पताल मरीजो से भर चुके है, फिलहाल मुजपफरपुर में 1358 मरीज है।
पटना के 18 निजी अस्पतालो में होगा इलाज
राज्य सरकार ने दिए फैसले
राज्य सरकार ने कोरोना के बढ़ते आंकड़े को देखते हुए पटना के 18 प्राईवेट अस्पतालो से मरीजो के इलाज के लिए समझौता किया है, समझौता किए गए सभी निजी अस्पतालो में वेडो की संख्या पर्याप्त है, स्वास्थ निदेशालय की सूत्रो ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा, सरकार राज्य के अन्य जिलो के निजी अस्पताल में भी उनके संचालको से बातचीत कर यह व्यवस्था लागू करेगी।