फिलहाल बेला में चल रहे 300 कारखाने
बेला में हादसे के बाद औद्योगिक परिक्षेत्र में संचालित फैक्ट्रियों के बायलर की पड़ताल शुरू है। बेला क्षेत्र में 300 फैक्ट्रियां हैं। इसमें फेज वन में 180 और फेज दो में 120 यूनिट स्थापित है। 22 बायलर युक्त यूनिटें हैं। इनमें आठ से लेकर 12 टन क्षमता की बायलर है। रविवार को जो बायलर फटा, वह करीब तीन टन क्षमता का था। अगर अधिक क्षमता वाला बायलर फटता तो स्थिति और अधिक भयावह होती। बायलर की नियम संगत जांच, दक्ष आपरेटर की नियुक्ति से बियाडा प्रशासन अनभिज्ञ है। घटना के बाद उक्त बिंदुओं पर छानबीन शुरू हुई है। बियाडा के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रशांत कुमार श्रीवास्तव कहते हैं कि विभाग में अब तक ऐसा सिस्टम नहीं है जिससे यह जानकारी मिले कि किस तरह की फैक्ट्री का कब निरीक्षण हुआ। विभाग स्तर पर नियम बनाने की पहल होगी। उद्यमी विक्रम कुमार कहते हैं कि बेला फेज-2 में अंशुल स्नैक्स फैक्ट्री में दो टन के बायलर विस्फोट से 10 किलोमीटर का इलाका दहल गया तो आठ और 12 टन का बायलर अगर विस्फोट हुआ तो क्या होगा। फैक्ट्रियों में लगे बायलर पर फस्र्ट क्लास का आपरेटर रहना बेहद जरूरी है।
बायलर विस्फोट के बाद कई फैक्ट्रियां बंद
बायलर विस्फोट होने के बाद बेला औद्योगिक क्षेत्र फेज-दो में मानक की अनदेखी कर संचालित कई फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं। संचालकों ने मेंटेनेंस कराना शुरू कर दिया है।
बियाडा को दे सकते सूचना
बियाडा के विकास अधिकारी मनोज कुमार का कहना है कि अगर किसी उद्यमी या कर्मी को बायलर या अन्य संबंधित कोई खराबी की जानकारी हाथ लगती है तो सूचना दें उनका नाम गोपनीय रखते हुए जांच कर संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।