जिन्हे कार्ड नही, उन्हें मिलेगा राशन
बिहार में बाढ़ राहत के तर्ज पर कोरोना संकट में फंसे लोगो को कपड़ा, यह वर्तन, दूध, और राशन समेत सारी सुविधाएं प्रदान की जाएगी। यह निर्णय सोमवार को एक अणेमार्ग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में लिए गए, सीएम ने बैठक में आए आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत आपदा विभाग के अधिकारियों को कई आदेश दिए गए, बिहार में लाखो लोग राशन कार्ड से दूर है, उन्हें भी कोरोना संकट की मार झेलनी पड़ रही है, सीएम ने ऐसे लोगो को चिन्हित कर उनके तक राशन पहंचाने की जिम्मेवारी जिविका दीदी को दी है, सीएम ने विभाग के अधिकारियों को इन कार्यो का पर्यवेक्षण करने का आदेश दिए है, कई राशन दुकानदार पीड़ितो को राशन मुहैया नही करा रहे है, सीएम ने बैठक में आए अधिकारियों को ऐसे डीलरो को चिन्हित कर उसके खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिए है।
लाॅक डाउन में शर्तो के आधार पर छूट
नही खुलेंगे कोई शिक्षा संस्थान
भारी सुरक्षा के बीच राज्य सरकार ने सोमवार को खोल दिए सचिवालय को। सचिवालय में एक-एक कर्मी और अधिकारियों को सुरक्षा के बाद प्रवेश दी गई। खुले सचिवालय में 33 फिसद कर्मियों को आने की अनुमति दी गई है, सचिवालय में सरकार के अधिकांश विभाग के कार्यालय है, राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के शर्तो के आधार पर लाॅक में छूट दी है, स्कूल, काॅलेज, कोचिंग संस्थान और विश्वविद्यालय पूर्णत बंद रहेंगे। लॅक डाउन में रेल, हवाई सेवा और यात्री बसों को भी कोई छूट नही दी गई है, लाॅक डाउन में किसान, मछली पालक स्वास्थ, दवा, किराना और बिजली -पानी को छूट दी गयी है, राज्य सरकार ने बिहार में तीन हजार उद्योग खोलने की इजाजत दे दी है। केंद्र सरकार ने जो संकेत दिए है, उससे लगता है कि 3 मई के बाद भी रेल, बस और हवाई सेवा चालू नही किए जाएंगे।
सीएम लाॅक में सख्ती बढाने का दिए संकेत
बिहार में आंकड़ा पहुंचा 96 पार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को नालंदा, मुंगेर, सीवान और बेगुसराय के डीएम/एसपी को लाॅक डाउन के दौरान और सख्ती करने का संकेत दिए है, और जो नही माने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। लाॅक किए गए कुछ क्षेत्रो में नियम के अनुपालन नही किए जा रहे है, सीएम ने सभी डीएम को अनुपालन कराने का सख्त आदेश दिए है।