पुरे सुबे को किया गया लाॅक डाउन
राज्य सरकार ने पटना के एम्स में रविवार को कोराना से एक मरीज के मौत के बाद पुरे सूबे को लाॅक डाउन कर दिया है, सरकार ने यह आदेश रविवार की रात जारी कर दी है, वही दूसरी ओर पटना के खुशरुपुर में कोरोना के तीन और संदिग्ध मिले है, तीनो बाहर से आए थे, तीनो के मिलने के बाद बिहार के स्वास्थ महकमा में हड़कंप है, तीनो दो दिन पहले आए थे, बहरहाल, लाॅक आउट होने के बाद भी लोग नही सुधर रहे है, सोमवार की सुबह 9 बजे तक मुजपफरपुर और पटना के कई स्टैंडो में चोरी छिपे बस और आॅटो संचालको को बाहर से आए यात्रियों को ढ़ोते देखा गया, जब इसकी सूचना मुजपफरपुर पुलिस को मिली तो फौरन कार्रवाई करते हुए यात्रियों से भरे बसो और आॅटो को खाली कराया। हालांकि दूध पार्लर, दवा, सब्जी मंडी और कुरियर, को छोड़ शहर के अधिकांश दुकाने बंद रही। शहरो में रिक्शा का परिचालन भी ठप थे, कुछ चाय और पान के दुकान खुले देखे गए, मुजपफरपुर के नागरिक लोकेश राहुल ने कहा, पुलिस प्रशासन को चाय और पान की दुकानो को पहले बंद करा देना चाहिए, क्योंकि ऐसे दुकानो पर ज्यादातर लोग एकत्रित होते है, उसमें कौन संक्रमित है, यह कौन जानता है। लाॅक डाउन होने के बाद पुलिस प्रशासन ने मुजपफरपुर, पटना, मोतिहारी, बगहा, छपरा, दरभंगा, लहेरियासराय, और नरकटियागंज रेलवे स्टेशन को खाली करा दिया है, मुजपफरपुर में पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि स्टेशन के चाय और अन्य दुकानो को 31 तक बंद रखने का आदेश दिए गए है, रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार ने सिर्फ मालगाड़ी को छोड़ 31 तक सभी टेनो के परिचालन पर रोक लगा दी है,
लाॅक डाउन को नही ले हल्के में
——बोले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा, कोरोना एक भयंकर संक्रमण है, लाॅक डाउन को हल्के में नही लेना चाहिए, अन्यथा इसके गंभीर परिणाम निकल सकते है, पीएम ने सभी राज्य के सरकारों को नियमो के आलोक में इसका अनुपालन सख्ती से कराने का आदेश दिए है, पीएम ने कहा, यह संक्रमण द्वितीय विश्वयुद्व से भी खतरनाक है, और इससे बचने का सहज एक उपाए है, लोग घरो में परिवार के साथ रहे, सरकार को पता है कि कुछ लोग लॅाक डाउन को हल्के में ले रहे है, और बिना सुरक्षा घरो से निकल रहे है। केंद्र सरकार ऐसे लोगो पर भी नकेल कसने की तैयारी में है, जो इस मामले में झूठी अफवाह फैला रहे है।
अस्पतालो से पुराने मरीजो की छूट्टी
राज्य के अस्पतालो में पटना में रोज निकल रहे कोरोना मरीजो को देखते हुए भर्ती पुराने मरीजो को दी जा रही है छूट्टी। मुजपफरपुर के दो बड़े राजकीय अस्पताल सदर और एसकेएमसीएच से पुराने 200 से ज्यादा मरीजो को छूट्टी दे दी गई है, पटना क एम्स और पीएमसीएच से भी 400 से अधिक मरीजो को छूट्टी दे दी गई है। पटना के एएनएमसीएच की आउट डोर सेवा फिलहाल अस्पताल प्रबंधन ने बंद कर दी है, एम्स क अधीक्षक सी0 एन0 सिंह ने बताया कि राज्य सरकार ने कोरोना वायरस को देखते हुए अस्पताल प्रशासन को यह कार्राई सुनिश्ति करने का आदेश दिए है।