कालेबजारियों पर छापे का आदेश
एक तरफ बिहार के लोग कोरोना से काफी खौप में है तो वही दूसरी ओर पटना, छपरा, हाजीपुर, मोतिहारी और मुजपफरपुर में खाद्य समग्रियों की कालेबजारी शुरु है, राज्य सरकर ने सभी डीएम को ऐसे जमाखोरों को चिन्हित कर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिए है, सरकार ने सभी डीएम को जमाखोरों के गोदामो को सील करने के लिए एक उच्चस्तरीय टीमो का गठन करने का भी आदेश दिए है, लेकिन अभी तक इन जमाखोरों के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरु नही हुई है, मुजपफरपुर के सुधीर कुमार, रामलोचन सिंह, और विवेक कुमार सिंह ने बताया कि राज्य सरकार ने एक दिन पूर्व पुरे सूबे को लाॅक डाउन करने का आदेश दिए, जो 31 मार्च तक रहेगा, लेकिन खुदरा और थोक व्यापारियों ने घोषणा होने के एक दिन बाद मंगलवार को सभी किराना के समानो में बृद्वि कर दी, जो करु तेल 100 रु0 लीटर थे, उसमें 20 रु0 का इजाफा कर दिया गया, रहर और मसूर के दालो में भी प्रति किलो 20 रु0 बढ़ा दिए गए है, जो आलू कल तक 60 रु0 पसेरी बिक रहे थे, उसे 150रु पसेरी कर दिया गया है, जो प्याज 130 रु0 पसेरी बिक रहे थे, उसे 200 के पार कर दिया गया है, सब्जी के दामो में दो गुणा ज्यदा बृद्वि कर दी गयी है। यही हाल चावल और आॅटा का भी है, अचानक किमतो में बृद्वि पर पूछने पर कई दुकानदारों ने कहा, होल सेल में समानो पर किमत बढ़ गया है तो खुदरा दुकानदार क्या करे! राजद नेता ने रजनीकांत ने कहा, कोरोना के नाम पर दुकानदार भोले-भाले लोगो को लूट रहा है, समय रहते शासन ने इसपर लगाम नही लगाई तो छोटे-छोटे गरीबो के मूंह का लेबला छिन जाएगा। कोरोना को लेकर ठेला, रिक्शा और टेम्पु वालो का धंधा चैपट है और उपर से कमर तो मंहगाई।
कोरोना तो जमाखोरों कट रही चांदी
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