विपक्ष ने तैयार किए सारे एजेंडे
विपक्ष के जहन में कई ऐसे सवाल कौंध रहा है, जो सरकार ने आश्वासन देकर भी पूर्ण नही किया है, हालांकि विधानमंडल मानसून सत्र छोटा है, ऐसे में विपक्ष सरकार को घेरने में कोई चूक नही करना चाहता है, सरकार को घेरने के लिए विपक्ष ने तैयारी कर ली है, हालांकि विधायक दल की औपचारिक बैठक नहीं हुई है। लेकिन इसका एजेंडा तैयार कर लिया गया है। विपक्ष अपने एजेंडे पर कायम रहा तो हर दिन नए विषय पर सरकार को घेरने की कोशिश होगी। जाहिर है, सरकार और उसके सहयोगी भी जवाबी तैयारी में है। मानसून सत्र की शुरुआत 26 जुलाई को हो रही है। कुल पांच बैठकें होंगी। विपक्ष बजट सत्र में विधायकों के साथ हुई कथित मारपीट के सवाल को नए सिरे से उठाएगा। वित रहित शिक्षको का अनुदान का मामला भी उठेगा, राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र कहते हैं कि सरकार कुछ नही कर रही है, संपूर्ण विपक्ष कार्रवाई के नाम पर लीपापोती का विरोध करेगा। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का सवाल है। विपक्ष की मांग होगी कि राज्य सरकार पेट्रोल-डीलर पर लागू राज्य के टैक्स को कम करे।कोरोना प्रबंधन में सरकार की तैयारी को विपक्ष नाकाफी मानता है। उसका आरोप है कि कोरोना के नाम पर लिए गए विधायक फंड का सदुपयोग नहीं हो रहा है। विपक्ष इसका हिसाब मांगेगा। विपक्षी दलों में राजद, कांग्रेस, भाकपा, माकपा और भाकपा माले एक महागठबंधन में हैं। एआइएमआइएम के पांच विधायक अधिसंख्य मामलों में विपक्ष का साथ देते हैं। भाई वीरेंद्र ने कहा कि कानून-व्यवस्था की खराब हालत भी चिंता का विषय है। विपक्ष इसे भी उठाएगा। कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि बाढ़ से हो रही तबाही को उनकी पार्टी प्रमुखता से उठाएगी। विपक्ष के अन्य मुद्दे को कांग्रेस का साथ मिलेगा।