तेजप्रताप का भोज पिता से फीका रहा
वैसे तो बिहार में मकर संक्रांति के मौके पर चूड़ा-दही का भोज किसी समय में बड़ी अहमियत रखती थी। खासकर पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के घर बड़े पैमाने पर दिए जाने वाले भोज की बात ही कुछ और होती थी। लालू के यहां भोज में सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया जाता था। सीएम नीतीश कुमार के साथ तमाम मंत्री और कार्यकर्ता भी शामिल होते थे लेकिन अब वो बात नहीं रही। लालू यादव तो जेल में हैं। उनकी तबीयत भी खराब है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से उनके बड़े लाल तेज प्रताप यादव अपने सरकारी आवास पर मकर संक्रांति के दिन चूड़ा-दही का भोज देते हैं लेकिन लालू यादव के समय पर दिए जाने वाले भोज के मुकाबले यह काफी फीका होता है। गुरुवार को भी तेज प्रताप ने अपने सरकारी आवास पर चूड़ा-दही का भोज दिया। इसके पहले उन्होंने मां राबड़ी देवी का आशीर्वाद लिया और उनके बताए तरीके से अन्न, तिल, लईया आदि छूकर दान-पुण्य किया। माता श्री से मिले तिलवा, तिलकुट, आशीर्वाद और प्यार के साथ हम तमाम बिहारवासियों के साथ रुमकरऋसंक्रांति का पवित्र त्योहार मना रहे हैं।
राजद के वरिष्ठ नेता सह अधिवक्ता रजनीकांत यादव ने कहा, लालू जी जेल में न होते तो संक्रांत मजेदार होता है, लेकिन विरोधियों ने उन्हें फंसाकर जेल में डलवा दिया। फिर भी उनके बड़े पुत्र सादगी से चुड़ा-दही के भोज किए।