बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी का नैया पार हो गए, और महागठबंधन के दो बड़े घटक कांग्रेस तथा आरजेडी का नैया मंझधार में फंस गए, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, ने सोमवार को आरएलएसपी और भीआइपी पार्टी के साथ एक बंद कमरे में दो घंटे तक बैठक की। और बैठक खत्म होने के बाद मांझी ने कहा, बैठक में बाहर से आ रहे श्रमिको पर विचार किए गए, वैसे बिहार में चुनाव भी होना है, चुनाव की तैयारियों पर भी विचार-विर्मश किए गए, उन्होंने एक सवाल पर कहा, उनका मालिक कोई नही है, वे अपने दल के अध्यक्ष है और किसी पूछ कर कुछ बोलने की जरुरत मुझे नही है। बिहार के सीएम के सवाल पर उन्होंने कहा, जो बेहतर काम करेगा, उनका दल समर्थन करेगां डिप्टी सीएम ने आरक्षण पर जो कुछ बोले वह ठीक था। विस चुनाव में तीनो दलो को सम्मान जनक सीट नही मिली तो रास्ते अनेक है।
तीनो कर रहे सोशल डिस्टेटिंग का पालन
बोले कांग्रेस के एमएलसी प्रेमचंद्र
बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सह एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्र ने मंगलवार को हम, आरएलएसपी और भीआईपी के नेताओ पर तंज कसते हुए कहा, मुकेश सहनी के पार्टी का कमरा छोटा है, इसलिए तीनो दलो ने सोशल डिस्टेंटिंग का अनुपालन करते हुए बैठक में कांग्रेस और आरजेडी को नही बुलाया। क्योंकि दोनो दन इन तीनो दलो से बड़े है और छोटे से कमरे में लोग अट नही पाते। एक सवाल पर उन्होंने कहा, इसी साल बिहार में विस का चुनाव होना है, 5 महीने पिकल गए, चुनाव के समय लोग गिरगिट के तरह रंग बदलते रहते है।