पटना एम्स और आईजीएमएस में मचा हड़कंप
बिहार में लाॅक डाउन के बाद कोरोना तो सिमटने लगी है, लेकिन यूपी के बाद कोरोना के नए स्वरुप ब्लैक फंगस ने बिहार में पांव पसारना शुरु कर दिया है, वैसे ब्लैक फंगस कोरोना का दूसरे स्वरुप है, यूपी के तो वराणयी में एक साथ ऐसे लक्षण के 50 मरीज मिले है, बिहार के दो अस्पताले में भी दो दिन में आठ मरीजो में कोरोना के नए लक्षण पाए गए है, पटना के एम्स में ऐसे किस्म के चार मरीज पाए गए है, ब्लैक फंगस निकलने के बाद एम्स के अन्य मरीजो में हड़कंप है, आईजीएमएस में भी दो तो अन्य अस्पतालो में भी ऐसे दो मरीज पाए गए है, हालांकि राहत की बात तो यह है कि कोरोना मरीजो के आंकड़े घटने से अधिकांश अस्पाल के वेड खाली हो गए है, पहले तो कोरोना मरीजो से पटना के अधिकांश अस्पतालो के वेड फूल हो गए थे, आरजेडी के वरिष्ठ नेता सह वरीय अधिवक्ता रजनीकांत यादव ने कहा, खुशी की बात है कि बिहार में कोरोना मरीजो के आंकड़े घट रहा है, लेकिन उन कोरोना मरीजो का क्या हाल होगा जो घरो में इलाज करा रहा है, लाॅक डाउन में तो उन्हें उन्हें भोजन के लाले पड़ गए है, सरकार ने फिर 10 और लाॅक डाउन बढ़ा दिया है, लेकिन अभी तक गरीबो के लिए कोई राहत पैकेज का एलान नही किया है।