पीएमसीएच में मिले एक मरीज
बिहार में लाॅक डाउन के बाद संक्रमण तो घट रहा है, लेकिन इस बीच उतर प्रदेश के बाद बिहार में भी नए कोरोना ब्लैक फंगस ने दस्तक दे दी है, बुधवार को पटना के पीएमसीएच में भर्ती एक कोरोना मरीज में यह लक्षण पाए गए है, यूपी के एक डाॅक्टर अंशुमान की माने तो ब्लैक फंगस कोरोना के एक नए लक्षण है, जो ज्यादातर डायबेटिक रोगियो के लिए खतरा है, ब्लैक फंगस तीन धंटे में फेफरे को जाम कर देता है, और लोगो के आंख तथा नाक को हानि पहुंचाता है, वही दूसरी ओर डा0 प्रताप कहते है कि ब्लैक फंगस फेफरे को फेल तो करता है, उसके साथ यह बीमारी दिमाग तक पहुंचती है, हालांकि बिहार में लाॅक डाउन के बाद बढ़ते कोरोना का दर काफी घट गए है, 24 घंटे में 9 हजार 863 नए संक्रमित की पहचान हुई है, कोरोना से 72 मौते हुई है, पटना और अन्य तीन जिले में 500 से अधिक नए संक्रमित मिले है, पटना में सर्वाधिक 977, मुजपफरपुर में 506, और नालंदा में 523 नए संक्रमितो की पहचान हुई है, राज्य में 24 घंटे में 1, 11, 740 लोगो का सैंपल जांच के लिए एकत्र किया गया है, पर दुख की बात तो यह है कि अपनी मांगो को लेकर अचानक बुधवार से 27 हजार स्वास्थ संविदा कर्मी हड़ताल पर चल दिए है, हालांकि राज्य के स्वास्थ मंत्री मंगल पांडे स्वास्थ कर्मियो को हड़ताल पर नही जाने का आग्रह किया है, मंत्री ने कहा उनकी मांगो पर सीएम से चर्चा हुई है, और सीएम बिचार भी कर रहे है। वही दूसरी ओर आरजेडी के वरिष्ठ नेता सह वरीय अधिवक्ता रजनीकांत यादव कहते है कि सरकार विपक्ष की बात पहले समझ जाती तो बिहार में कोरोना से इतनी लाशे नही गिरती। नेपाल में कोरोना से 225 से ज्यादा मौत हुई, जो बिहार से बिल्कुल करीब है, अभी सरकार को संभलने की जरुरत है। कोरोना गांव-गांव में भी पांव पसारना शुरु कर दिया है। नवादा के फुलवरिया में चार शव मिले है, जिसकी पहचान नही हुई है।