लोजपा के बागी नेताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के खिलाफ मजबूती से मोर्चेबंदी का एलान किया। रविवार को राजधानी पटना के एक होटल में हुई बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में नेताओं ने दावा किया कि वे एनडीए के समर्थक हैं और इसी घटक के किसी दल में जायेंगे। बैठक में एनडीए के घटक दल जदयू-भाजपा तथा हम-वीआईपी से सम्पर्क साधने के लिए पांच-पांच नेताओं की दो अलग-अलग टीमें भी बनाई गई। लोजपा के पूर्व प्रदेश महासचिव केशव सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में दलित सेना के प्रदेश महासचिव सुभाष पासवान, पूर्व प्रदेश महासचिव रामनाथ रमण, विश्वनाथ कुशवाहा, दीनानाथ क्रांति, पारसनाथ गुप्ता, अशोक पासवान, प्रो. एजाज उस्मानी, पारसनाथ गुप्ता, श्रम प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कौशल किशोर सिंह कुशवाहा, प्रदेश सचिव ई. विजय कुमार सिंह समेत 27 नेताओं ने लोजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया तथा केशव सिंह के नेतृत्व में आस्था व्यक्त की। इन नेताओं ने आरोप लगाया कि चिराग पासवान ने स्व. रामविलास पासवान के सपने को चकनाचूर किया है तथा पार्टी को गर्त में ले जाने का काम किया है।