नए वायरस ने बढ़ा दी चिंता : डा0 हर्षवर्धन
देश के नौ राज्यो उतर प्रदेश, मध्यप्रदेश हरियाणा, मुंबई समेत बिहार में व्हाईट और ब्लैक फंगस अब जान भी लेने लगा है। गुरुवार को ब्लैक फंगस की लक्षण वाली वैशाली के लालगंज निवासी महिला की जान चली गई। इससे पहले कैमूर निवासी महिला की वाराणसी में तो इस बीमारी के लक्षण वाले मुजफ्फरपुर निवासी वृद्ध की आईजीआईएमएस में एंबुलेंस में मौत हो गई थी। इस तरह ब्लैक फंगस से अब तक तीन जानें जा चुकी हैं। वहीं, गुरुवार को पटना के दो बड़े सरकारी अस्पतालों में ब्लैक फंगस के कुल 31 नए मरीज अपनी जांच कराने पहुंचे। इस तरह राज्य में ब्लैक फंगस के अब तक 135 मरीज मिल चुके हैं। वही दूसरी ओर केंद्रीय स्वास्थ मंत्री डा0 हर्षवर्धन कहते है कि ब्लैक और व्हाईट फंगस ने सरकार की चिंताएं बढा दी है, एक संक्रमित 400 को बीमार कर सकता है, लोगो सावधानिया बरतने की आवश्यकता है, बहरहाल, गुरुवार को बिहार में सामने आए 31 मरीजों में से 26 पटना एम्स में, जबकि पांच आईजीआईएमएस में पहुंचे। आईजीआईएमएस में जांच कराने आए पांच में से चार को दवा और सावधानी बरतने की सलाह देकर घर भेज दिया गया। वहीं, गंभीर लक्षण वाले एक मरीज को भर्ती कर लिया गया। वहीं एम्स में आए 26 में सात गंभीर लक्षण वाले थे। इन्हें भर्ती कर लिया गया। बाकी 19 आंशिक लक्षण वाले को दवा और चिकित्सकीय सलाह देकर घर भेज दिया गया। एम्स में ब्लैक फंगस के कुल 32 मरीज भर्ती हैं। इनमें से चार आईसीयू में हैं। उधर, वैशाली जिले के लालगंज की घटारो दक्षिणी पंचायत के वार्ड-8 निवासी राजकिशोर राय की पत्नी प्रमिला देवी की हाजीपुर के जौहरी बाजार स्थित निजी नर्सिंग होम में बुधवार की देर रात मौत हो गई ा 20 मई को बिहार में 20 से ज्यादा ब्लैक फंगस के मरीज मिले है,
पटना के एम्स के रेजिडेंस डॉक्टर गए हडताल पर
एक तरह बिहार के लोग कोरोना, ब्लैक और व्हाईट फंगस जैसे खतरनाक माहमारी से जुझ रहे है तो वही दूसरी ओर पटना एम्स के 50 से अधिक रेजिडेंस डॉक्टर 20 बेडो की रिर्जब और कोविड डूयूटी के बाद 8 दिनो की अवकाश देने की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए, वही दूसरी ओर आईजीएमएस के इंर्टन भी हड़ताल कर दिए है, 100 से ज्यादा इंर्टन निदेशक कार्यालय के बाहर धरना पर बैठ गए है, ये सभी एमबीबीएस छात्र है, 15 दिनो पहले डूयूटी पे आए है, ये सभी कोविड मरीजो के इलाज में लगे है, इन डॉक्टरो का कहना है कि जो डॉक्टर कोविड मरीजो के इलाज में है, उनका बीमा होना चाहिए, साथ ही सरकार स्टाइपेंड बढाए । रेजिडेंस डॉक्टरो के हड़ताल पर आरडीए अध्यक्ष डा0 विनय कहते है कि कई रेजिडेंस डॉक्टर कोविड पेसेंट का इलाज करते हुए संक्रमित हो गए है, लेकिन उन्हें अस्पतालो में बेड नही दिए जाते, सरकार ऐसे डॉक्टरो के लिए बेड की व्यवसथा नही करती है तो 24 मई को सभी डॉक्टर हड़ताल पर चले जाएंगेंा
तिसरी लहर में बच्चो पर ज्यादा खतरा केंद्र सरकार ने सभी राज्यो को कोरोना के तीसरी लहर से मुकाबले के लिए तैयारिया करने कहा है, बिहार में तीसरी लहर से मुकाबले के लिए स्वास्थ महकमा ने कार्रवाई प्रारंभ कर दी है, एनएमसीएच के अधिकारियों ने बच्चो के लिए 40 बेड तैयार रखने की व्यवस्था प्रारंभ कर दी है, सरकार ने इसके अलावे अन्य अस्पताल के अधिकारियों को भी बच्चे के लिए अलग से बेड तैयार रखने का आदेश दिया है, काम में कोताही होने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई हैा