जूनियर डाॅक्टरो की हड़ताल बुधवार को भी जारी रही, डाॅक्टरो के हड़ताल पर चले जाने के बाद राज्य के अधिकांश अस्पतालो की हाल बद से बदतर हो गई, पटना के पीएमसीएच में हथूआ वार्ड तो बिल्कुल खाली हो गया है, जो मरीज है वह भी डाॅक्टरो के नदारद रहने के कारण पलायन कर रहे है, आरजेडी के वरिष्ठ नेता सह वरीय अधिवक्ता रजनीकांत यादव ने कहा, राज्य के ज्यादातर राजकीय अस्पताल नर्सो के भरोसे हहै, शर्तो के अनुसार डाॅक्टरो का स्टाइपेंड तीन सालो में बढ़ाया जाना है, सरकार ने इसके लिए जूनियर डाॅक्टरो को आश्वासन भी दिया, लेकिन अभी तक जूनियर डाॅक्टरो का स्टाइपेंड नही बढया गया। उन्होंने बिहार के स्वास्थ मंत्री से जनहित को देखते हुए शीध्र हड़ताल पर डअे डाॅक्टरो से बार्ता करने कककी सलाह दी है। क्योंकि डाॅक्टरोे केे हड़ताल के कारण सिर्फ पीएमसीएच में 10 मरीज काल के गाल में चले गए है।