जन अधिकार पार्टी युवा परिषद के प्रदेश महासचिव सह प्रदेश प्रवक्ता राजेश यादव ने मुजफ्फरपुर में जहरीली शराब पीने से हुई लोगों की हुई मौत पर दुख जताया है। साथ ही इसे सूबे में शराबबंदी का काला सच बताया है। उन्होंने कहा कि इससे एक माह पूर्व वैशाली में भी पांच लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई थी। इन घटनाओं से स्पष्ट है कि सूबे के मुख्यमंत्री में सच को स्वीकार करने का नैतिक बल नही रह गया है। राजेश यादव ने कहा कि राज्य में शराबबंदी पूरी तरह विफल है। सीएम की जिद की वजह से गरीबों की जान जा रही है और बिहार में शराब माफिया मालामाल हो रहे हैं। सरकार सच स्वीकार करने की बजाय मुजफ्फरपुर में जहरीली शराब से पांच लोगों की मौत की लीलापोती में जुट गई हैं।।ऐसे में उच्च स्तरीय जांच की जरूरत है। आज स्थिति यह है कि शराब तस्करों द्वारा होम डिलेवरी किया जा रहा है।