अधिवक्ता के शिकायत पर हुई कार्रवाई
मुजफ्फरपुर के दो वरीय अधिवक्ता ने अनुकंपा रिकार्ड में हुए फर्जीवाड़े पर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव को जबाब के लिए दो नोटिसे तो दी, लेकिन अधिकारियों ने कोई जबाब नही दिया, वरीय अधिवक्ता रजनीकांत के शिकायत पर निर्देश के आलोक में गर्वनर हाउस के संयुक्त सचिव राज कुमार सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए “पत्रांक 01/2021” कुलपति को नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है, साथ ही संयुक्त सचिव ने यह भी कहा, जो भी कार्रवाई की गयी है, उसकी सूचना आवेदक और इस सचिवालय को भी उपलब्ध कराए, वरीय अधिवक्ता रजनीकांत ने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्होंने रिटायर्ड कर्मी श्री उदय नारायण प्रसाद के अनुकंपा नियुक्ति की रिकार्ड से हुए छेड़छाड़ मामले में विवि के कुलपति और कुलसचिव को दो नोटिसे दिनांक 28-12-20 तथा 20 जनवरी 2021 को दिया, लेकिन अभी तक कुलसचिव ने कोई जबाब नही दी, हालांकि राजभवन ने उनके सूचना के आलोक में कार्रवाई की है, वैसे विश्वविद्यालय के कुछ कर्मियों ने श्री प्रसाद के अनुकंपा नियुक्ति रिकार्ड से सारे साक्ष्य नष्ट कर दिए है, जबकि श्री प्रसाद ने हाईकोर्ट में दायर अपने रिट में स्वीकार किए है कि उनकी नियुक्ति अनुकंपा पे हुई है, इतना ही नही श्री प्रसाद सीतामढ़ी के एक न्यायलय में भी अपने दिए गए बयान में कहा है कि उनकी नियुक्ति मां के आवेदन पर अनुकंपा पर हुई है तो यहा सवाल उठता है कि श्री प्रसाद के रिकार्ड से सारे परिवार का अनापत्ति प्रमाण पत्र और मां द्वारा लिखे आवेदन कहा चले गए, वैसे इस गंभीर फर्जीवाड़े के खिलाफ कोर्ट में भी मुकदमा दायर किया होगा। फर्जीवाड़े के सारे सबूत हाथ लग गए है।
एक सवाल पर अधिवक्ता ने बताया कि गर्वनर हाउस से आए पत्र किए जाने वाले मुकदमें में और जान ला देगी।