बोले बिहार के सीएम नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कर्पूरी फामूले को आधार मानते हुए आरक्षण पर एक बड़ा दांव खेला है, वैसे तो सीएम ने केंद्र के आर्थिक अधार पर आरक्षण को मान्यता दे दी है, लेकिन कहा, केंद्र अगर आरक्षण में संशोधन करना चाहती है तो पिछड़ो के समान अति पिछड़ो को आरक्षण श्रेणी में लाए, सीएम के इस बयान के बाद एनडीए में आर-पार हो गई है, पत्रकारो से बात करते हुए सीएम ने कहा, केंद्र ने आर्थिक आरक्षण पर जो नियमन दिए है, उसे कोई खत्म नही कर सकता, लेकिन केंद्र में जो पिछड़े को आरक्षण दिए गए है, उसमें अति पिछड़ो को को भी अलग से शामिल किया जाना चाहिए, बिहार ने जो आरक्षण के लिए फामूला दिए है, उसे केंद्र में भी लागू किया जाना चाहिए। केंद्र को इसके लिए बिहार सरकार ने प्रस्ताव दिए है। अति पिछड़ो को आरक्षण मिलने से किसी को कोई परेशानी नही होनी चाहिए। भाजपा के वरिष्ठ नेता सह अधिवक्ता राहुल कुमार ने कहा, भाजपा शुरु से आरक्षण के पक्षधर है, भाजपा ने ही आर्थिक अधार पर आरक्षण दिए है, भाजपा पहले से मिल रहे अन्य आरक्षण को क्यो खत्म करना चाहेगी।