अचानक केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस का चढा पारा
चाचा-भतीजे की राजनीति अंतत सडको पर उतर कर आ गई, पूर्व केंद्रीय मंत्री मरहुम रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान अपने पिता के संसदीय क्षेत्र हाजीपुर लोकसभा सीट पर दावेदारी ठोक रहे है तो वही उनके चाचा केंद्रीय मंत्री पशपति कुमार पारस कहते है कि किसी में दम नही कि मुझे हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लडने से रोक सके, उन्होंने हाजीपुर में रविवार को पत्रकारो के सवाल पर कहा, वे कहते है कि स्वर्गीय रामविलास पासवान के वे उतराधिकरी है, पिछले वार वे हाजीपुर से लोकसभा चुनाव जीते है, और इसवार भी हाजीपुर से चुनाव जीतेंगे, पत्रकारो से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, मणिपुर हिंसा बिहार और राजस्थान में हुई घटनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की।पिछले 40 साल से हाजीपुर की सेवा करते आ रहा हूं, मैं स्वर्गीय रामविलास पासवान का उत्तराधिकारी हूं। और हाजीपुर से सांसद हूं, हाजीपुर से ही चुनाव लड़ूंगा, किसकी औकात है जो रोक देगा, दुनिया की कोई ताकत नहीं है जो यहां से चुनाव लड़ने से मुझे रोक सके। उन्होंने कहा कि बिहार में 12 करोड़ की आबादी है, सब कहेगा कि हम हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे तो यह कैसे हो सकता है। 1977 से हाजीपुर की सेवा किया हूं और यहां का सांसद हूं। यहीं से चुनाव लड़ लडूंगा, किसकी औकात है जो चुनाव लड़ने से रोक देगा।
होम मिनिस्टर मणिपुर में तीन दिनो तक रहे : पारस
मणिपुर घटना के मामले में पशुपति कुमार पारस ने कहा कि देश के गृह मंत्री तीन दिन एवं गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय 24 दिन मणिपुर जाकर रहे हैं।वहां की घटनाओं का बारीकी से अध्ययन किया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष नहीं चाहता है कि मणिपुर की घटना शांत हो।पारस ने कहा कि प्रधानमंत्री ने लोकसभा में कहा है कि मणिपुर की घटना का जिम्मेदार कांग्रेस है। 1952 से ही वहां इस तरह की घटना होते आ रही है।कांग्रेस इसको चुनावी मुद्दा बनाना चाहती है, जो संभव नहीं है। मणिपुर की जो घटना घटी है, हम उसकी निंदा करते हैं। लेकिन बिहार के अरवल और बेगूसराय में महिला के साथ दुष्कर्म करके हत्या हुई।बिहार में बिजली को लेकर लोगों ने आंदोलन किया तो पुलिस प्रशासन के द्वारा गोली चलाया गया, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई।राजस्थान कांग्रेस की हुकूमत वाले राज्य को देखिए बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान कई दर्जन लोग मारे गए। इन सभी घटनाओं पर विपक्ष का ध्यान नहीं है।पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में एक-एक बात पूरी विस्तारपूर्वक बता दी है कि इसका सूत्रधार कौन है। नरेंद्र मोदी देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं।देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उनका जलवा है। नरेंद्र मोदी इतने लोकप्रिय नेता हैं कि दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के राष्ट्रपति ने उनका ऑटोग्राफ लेने की इच्छा जताई।यह देश के लिए गौरव की बात है। विपक्ष के लोगों को यह अहसास होना चाहिए कि आजादी के बाद देश को सबसे अच्छा प्रधानमंत्री मिला।एक देहाती कहावत है कि लोग अपने दुख से दुखी नहीं होता है, दूसरे के सुख से दुखी होता है। प्रधानमंत्री का देश और विदेशों में जिस तरह से ग्राफ बढ़ता जा रहा है। उससे विपक्ष को जलन हो रही है।पशुपति पारस ने कहा कि बीते जून में पटना में 17 विपक्षी दलों की बैठक हुई, जिसमें अरविंद केजरीवाल बैठक छोड़कर चले गए। ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में कांग्रेस और वाम दल को घुसने नहीं देंगे।