एसटीईटी परीक्षा का परिणाम हुए घोषित

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24 हजार से ज्यादा परीक्षार्थी हुए पास
बिहार बोर्ड ने माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2019 ( एसटीईटी 2019 ) का रिजल्ट जारी कर दिया है। नतीजों की घोषणा शिक्षा मंत्री विजय कुमार चैधरी ने विभाग सभागार से की। फिलहाल 15 में से 12 विषयों का परिणाम जारी किया गया है। इसमें 24,599 अभ्यर्थी पास हुए हैं। परीक्षार्थी अपना रिजल्ट इेमइेजमज2019.पद पर जाकर चेक कर सकते हैं। पेपर-1 में 16068 और पेपर-2 में 8031 अभ्यर्थी पास हुए। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने कहा, 7वें चरण की नियुक्ति होगी। कोरोना में परीक्षा लेनी बड़ी चुनौती थी। बोर्ड ने शानदार काम किया। ये परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों ने 37,335 शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए पात्रता हासिल कर ली है। उन्होंने कहा, परीक्षा में उत्तीर्ण हुए सभी अभ्यर्थियों को हार्दिक बधाई। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी शिक्षा क्षेत्र में अपना अतुलनीय योगदान देकर छात्रों के उज्ज्वल भविष्य एवं बिहार निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। आपको मेरी शुभकामनाएं! विजय कुमार चैधरी ने कोर्ट को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह रिजल्ट छठे चरण में नियुक्तियों का द्वार खोलेगा। 37 हजार से ज्यादा शिक्षकों की बहाली होनी है। हमने कोर्ट में कहा कि स्कूलों में पद खाली है। योग्य नौजवान बेरोजगार हैं इसलिए शिक्षकों की नियु्क्ति मामले की सुनवाई जल्दी हो। परीक्षा में करीब 1.78 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। शिक्षा मंत्री ने एसटीईटी 2019 का परिणाम जारी किया।
नतीजे आने के बाद प्रदेश के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 37,335 शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसमें 25,270 पद माध्यमिक और 12065 पद उच्चतर माध्यमिक शिक्षकों के लिए है। सात साल बाद एसटीईटी होने के चलते उम्र सीमा में छूट भी दी गई थी। पटना हाईकोर्ट ने 4 मार्च को बिहार बोर्ड को एसटीईटी का परिणाम घोषित करने आदेश दिया था। इससे सूबे में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया था। परिणाम घोषित होने के बाद राज्य सरकार नियोजन का शिड्यूल बनाएगी। उसके बाद जिलावार नियोजन प्रक्रिया शुरू होगी। नियोजन इकाइयां रोस्टर और मेधा के अनुसार रिक्त सीटों पर मेरिट सूची बनाएगी।

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37 हजार शिक्षकों की होनी है बहाली
इस नोटिफिकेशन के आधार पर माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 37 हजार 335 शिक्षकों की नियुक्ति होनी है। इसमें 25 हजार 270 पद माध्यमिक और 12 हजार 65 पद उच्चतर माध्यमिक शिक्षकों के लिए है। सात साल बाद एसटीईटी हुआ था। जिस कारण उम्रसीमा में छूट दी गई थी।
आजीवन मान्य होगा सर्टिफिकेट
बिहार राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने पर सात साल के बदले जीवन भर उसकी मान्यता रहेगी। केंद्र सरकार के सीटीईटी की तर्ज पर बिहार सरकार इस व्यवस्था को लागू करेगी। राज्य सरकार को केवल केंद्र से विधिवत पत्र या आदेश मिलने का इंतजार है। विधान परिषद में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चैधरी ने यह जानकारी दी थी
नियम के मुताबिक उन्हीं अभ्यर्थी का चयन होगा जो बोर्ड की मेधा सूची में शामिल होंगे। मेधा सूची में वही शामिल होंगे जिसने संबंधित विषय की सीट के अनुसार न्यूनतम कटऑफ प्राप्त किये हों। न्यूनतम कटऑफ कोटि के अनुसार बोर्ड द्वारा पहले ही बता दिया गया है। सामान्य श्रेणी के लिए 50 फीसदी, अनूसूचित जाति, अनूसूचित जनजाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग और दिव्यांग के लिए 45 फीसदी अंक लाना अनिवार्य है।
इन विषयों में इतनी सीटें हैं खाली
माध्यमिक (नौंवी और दसवीं)

विषय – सीटों की संख्या
अंग्रेजी – 5054
गणित – 5054
विज्ञान – 5054
सामाजिक विज्ञान – 5054
हिन्दी – तीन हजार
संस्कृत – 1054
उर्दू – एक हजार

उच्च माध्यमिक (11वीं और 12वीं)
विषय – सीटों की संख्या
अंग्रेजी – 2125
गणित – 2104
भौतिकी – 2384
रसायन शास्त्र – 2221
प्राणी शास्त्र – 723
वनस्पति शास्त्र – 835
कंप्यूटर साइंस – 1673

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