दो प्रध्याापको के बीच होगी जमकर टक्कर
मुजफ्फरपुर के श्यामनंदन सहाय कॉलेज में टीआर का चुनाव 18 अगस्त को होना है, इस पद के लिए सिर्फ दो नामांकन डाले गए है, नए यूआर के आदेश पर चुनाव का एलान किए गए है, प्रभारी प्राध्यापक गुट के प्रोफेसर दास को फिर चुनाव के मैदान में उतरा गया है, लेकिन इसवार उनकी जीत उतना आसान नही होगी, जो पिछले वार हो गई थी, उनके कार्यो से कॉलेज के अधिकांश प्राध्यापक नाखुश है, वही दूसरी ओर विरोधी खेमा ने वहा के एक वरीय प्राध्यापक प्रो0 दास के टक्कर में एबी शरण को चुनाव के मैदान में उतरा है, कहा जाता है कि पहले उनकी मधुर रिश्ता प्रभारी प्राध्यापक से थे, प्रभारी प्राध्यापक ने उन्हें नैक का चेयर मैन भी बनाया था, लेकिन भ्रष्टाचार के सवाल पर उन्होंने प्रभारी प्राध्यापक से हिसाब मांगा तो उन्हें पद से हटा दिया और उनके स्थान पर प्रो0 दास के परामर्श पर एक बमबम नाम के प्रध्यापक को उक्त पद पर काबिज कर दिया गया, उक्त कॉलेज के कई प्रध्यापक ने बताया कि कई वर्षो से स्थायी तज्ञेर पर कॉलेज में प्रचार्य नही दिए गए है, कॉलेज में कर्मियो की संख्या कम नही है, लेकिन उनके बदले खजाने को लूट खसोट करने की नियत से रिटायर्ड कर्मियो से काम लिया जा रहा है, किसी भी कॉलेज के लिए लेखा विभाग एक महत्वपूर्ण शाखा माना गया गया है, लेकिन प्रभारी प्राध्यापक वहा भी नाजायज तरीके से अपने एक दहीने हाथ लैब इंचार्य को बैठाए हुए है, और तो और प्रभारी प्राध्यापक ने उसे कई विभागो का भी जिम्मा दे रखा है, पहले जहा रिटायर्ड कर्मियो को जहा पहले 6 हजार मासिक दिए जाते थे, उसे बढा कर सीधे 10 हजार कर दिया गया, और जो रिटायर्ड नही हुए है, उनके वेतन में सिर्फ दो और तीन हजार बेतन बढाए गए है, परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण शाखा का प्रभार भी एक रिडायर्ड कर्मी को दिया गया है, साथ विपत्रो की देखरेख के लिए प्रभारी प्रध्यापक ने वहा का प्रभार भी उक्त लैब इंचार्य को भी दे रखा है, प्रभारी प्रध्यापक के इस हरकत से अधिकांश कॉलेज के कर्मी और प्रध्यापक नाखुश है, सूत्रो की माने तो कॉलेज के वर्तमान शासी निकाए को विवि के वरीय अधिकारियों ने उक्त कॉलेज में वरीयता के अधार पर तीन वरीय प्रध्यापको की सूची तैयार कर भेजने को कहा, लेकिन अभी तक सूची तैयार नही किए गए यह कार्य एक महीने में करने का आदेश दिए गए, इस हालत में पहले प्रभारी के उम्मीदवार को चुनाव में चित किया जाएगा, फिर प्रभारी प्रध्यापक के भ्रष्टाचार के खिलाफ बिगुल फूंका जाएगा ।