मुजफरपुर के तीन किंग मेकर हुए बेचैन
एमएलसी चुनाव के लिए फिलहाल सभी दलो ने सीटो का कोई एलान नही किया है, जमुई के खेल के बाद ऐसा लगता है कि इस चुनाव में भी कांग्रेस और आरजेडी में तलाक होना तय है, वैसे मुजफरपुर में एक सीट के लिए कई दावेदार हो गए है, भाजपा के एक पूर्व मंत्री भी अपने खेमे से एक प्रत्याशी उतारना चाह रहे है, बीच में एक ऑक्सीजन बाबा भी चुनाव के मैदान में उतरने को आतुर है, फिलहाल वे किसी दल में नही है, और उनकी पहुंच मुजफरपुर के तीनो किंग मेकर के पास नही है, पहले एक किंग मेकर जब मंत्री थे, तो उनका शिक्का मुजफरपुर नगर निगम के राजनीति में चल रहा था, लेकिन उन्हें हराकर दूसरे पुराने किंग मेकर जैसे नगर विधायक हुए तो उनका सिक्का फिर निगम के राजनीति पर चल गए, और पूर्व किंग मेकर चाहत के बिरूद्ध उन्होंने अपने आदमी को मेयर की कुर्सी पर बैठा दिया, हालांकि वे कांग्रेस के टिकट से विधायक निर्वाचित हुए, उन दोनो के अलावे एक और किंग मेकर है, जो कभी इस डोर तो कभी उस चल जाते है, और वे कांग्रेस विधायक के टीम में चले गए है, वैसे दोनो की दोस्ती हर चुनाव में कायम हो जाती है, अब देखना है कि तीनो किंग मेकर में कौन मुजफरपुर सीट पर अपने उम्मीदवारो को खडा कराने में कामयाब होते है, अन्यथा उपर से ही किसी और को एमएलसी चुनाव में के लिए थोप दिए जाते है ।