स्वास्थ मंत्री के दावे की खुली पोल
बिहार के दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल पटना का एनएमसीएच है, वहा का हलात यह है कि परिजन रो रहे है, और सिस्टम सो रहा है, दोे दिन पहले वहा राज्य के स्वास्थ मंत्री मंगल पांडे निरीक्षण करने गए थे, लौटने के बाद उन्होंने व्यवस्था में सुधार की बड़ी-बड़ीे दावे तो किए, लेकिन रविवार को उनके दावे के विपरित अस्पतालो के सिस्टम देखे गए, हालात सुधरने के बदले और बिगड़ गए, रविवार को एक रोगी के परिजन जितेन्द्र रजक ने रोते हुए कहा, उनके भाई को कोरोना हो गया, अस्पताल लेकर आए थे, भाई मौत हो गयी है, तीन घंटे से उसकी शव वेड पर पड़ा है, लेकिन उसके भाई के शव के पास कोई झांकने नही आ रहा है, उसका भाई कृष्णा नगर थाने में चालक था, भाई गाड़ी चलाने के दौरान वहा के कुछ पुलिस अधिकारियों के संपर्क में आया होगा, जो पाॅजेटिव होंगे। मो0 फैसल का भाई अस्पताल में है, उसने बताया कि उसके भाई के वेड के पास एक शव पड़ा है, जिसकी शिकायत मैने मोबाईल से मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की तो उन्होंने कोई उतर नही दिया, हालांकि उनसे जो बातचीत हुई है,अवाज टेप कर ली है, मो0 फैसल ने कहा अस्पताल मेें आॅक्सीजन भी नही है, ऐसे कई मरीजो के परिजन मिले, जिनकी व्यथा सुनने के बाद मंत्री के सारे दावे की पोल खुल जाती है।
अस्पतालो में रोते परिजन और सो रहे सिस्टम
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